Chandauli : राह बाबा की पूजा में अवांछनीय तत्वों उड़ाई अफवाह, लोगों ने पूजा में शामिल श्रद्धालुओं को पीटा

उत्तर प्रदेश

| The News Times | चंदौली : अलीपुर थाना क्षेत्र के आलू मिल नई बस्ती में उसे वक्त हंगामा शुरू हो गया जब पासवान समाज के कुछ लोग पूर्वजों द्वारा किए जाने वाले पारंपरिक राह बाबा पूजा के लिए सभी देवताओं का आवाहन करते हुए गांव के काली मंदिर वह दी बाबा के स्थान पर पहुंचे। इस दौरान कुछ अवांछनीय तत्वों ने स्थानीय लोगों में तांत्रिक गतिविधियों की अफवाह फैलाई। जिसके कारण भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और पूजा में सम्मिलित हुए करीब दो दर्जन महिला, पुरुष समेत बच्चों को भी मारने-पीटने लगे। पीड़ित द्वारा जब पुलिस को सूचना दी गई, तो मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी प्रकार मामले को शांत किया और पीड़ितों को सुरक्षित उनके घर पहुचाया।

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दरअसल अलीनगर थाना क्षेत्र के आलू मिल नई बस्ती निवासी अनिल पासवान के बेटे की शादी 18 अप्रैल को सुनिश्चित है। जिसके लिए परिवार के लोगों ने शादी के पूर्व राह बाबा की पूजा करने की मन्नत रखी थी। सोमवार को राह बाबा की पूजा में तियुर ( जलती अग्नि में चलना) था। जिसकी पूजा विधि रविवार की देर रात से ही प्रारंभ हो गई थी। ढोलक-झाल के साथ राह बाबा के गीत गाते (भजन गाते हुए) हुए गांव की परिक्रमा किया जा रहा था। उसी क्रम में जब गांव की काली माता और डीह बाबा की पूजा के लिए के लोग गए। तभी कुछ आवाज सुनिए तत्वों ने गांव में तांत्रिक क्रियाकलाप की अफवाह उड़ा दी। देखते ही देखते आसपास के लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। पासवान परिवार के लोगों ने सबको बताने के प्रयास किया किया पासवान समाज की पारंपरिक पूजा है। जो हमारे पूर्वजों द्वारा भी किया जाता था और आज भी किया जाता है, वही पूजा चल रही है। फिर भी लोगों ने उनकी बात नहीं सुनी। पूजा में सम्मिलित करीब दो दर्जन लोग जिसमें महिला पुरुष व बच्चे शामिल थे सबको पीटने लगे। इसी बीच पीड़ित परिवार के एक युवक ने पुलिस को मामले की सूचना दी। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और किसी प्रकार मामले को शांत कराया।

राह बाबा की पूजा में तलवार पूजा व तलवार को सभी देवस्थान पर चढ़ाने की परंपरा है। इसके बाद उन तलवारों से दो बसु के बीच में बांधकर सीधी बनाई जाती है। जिस पर पतिवाह (पुजारी) खड़े होकर सभी को आशीर्वाद देते हैं और पूजा की निगरानी करते हैं। जब परिवार तलवार पर खड़े होते हैं तभी तियुर लांघा (जलती आग में चला) जाता है। यह परंपरा पासवान समाज के पूर्वजों द्वारा सैकड़ो वर्ष पूर्व से ही किया जाता है।

इस संबंध में पीड़ित अनिल पासवान ने बताया कि यह पूजा पासवान समाज की पूजा है। जो पूर्वजों के समय से ही चलता आ रहा है। मेरे घर भी वही पूजा की जा रही थी। राह बाबा की पूजा में जलती अग्नि में चलने की प्रथा है। उसी की तैयारी में पूजा चल रही थी। ऐसे में कुछ लोगों ने विरोध किया तो हम मंदिर से घर वापस आने लगे इसके बाद भी वो नहीं माने। हमारे साथ मौजूद पुजारी बच्चों समेत महिलाओं को मारने-पीटने लगे, जिसमे सभी को काफी चोटे आई हैं।

इस संबंध में अलीपुर थाना प्रभारी विनोद मिश्रा ने बताया कि पासवान समाज की राह पूजा चल रही थी। जिसको लेकर कुछ लोगों ने अफवाह फैलाई और पूजा में शामिल लोगों को मारने पीटने लगे। सूचना के बाद मौके पर हम लोग पहुंच गए मामले को शांत करा कर सभी को उनके घर भेज दिया गया।

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