PM Modi ने पाकिस्तान के खिलाफ लिए 5 बड़े फैसले, अब ‘सीमा हैदर’ पर छाया संकट, क्या वापस जाना होगा पाकिस्तान?

राष्ट्रीय

| The News Times | Seema Haider : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए गए हैं, जिनमें सबसे अहम फैसला पाकिस्तानियों को वीजा जारी करने पर रोक का है। इसके साथ ही भारत सरकार ने सार्क वीजा छूट योजना (SVES) को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। इस फैसले के अनुसार, SVES वीजा धारकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया है। वहीं, अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को 1 मई तक देश छोड़ने को कहा गया है।

IMG-20250222-WA0003
IMG-20250224-WA0008
previous arrow
next arrow
Shadow

इन फैसलों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा सीमा हैदर को लेकर हो रही है। सीमा हैदर वो पाकिस्तानी महिला हैं जो अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत पहुंची थीं और यहां भारतीय नागरिक सचिन मीणा से शादी कर ली थी। उनका मामला अब न सिर्फ सोशल मीडिया पर छाया हुआ है बल्कि सरकार और कानूनी एजेंसियों की भी निगाहें उन पर टिकी हुई हैं।

कैसे भारत पहुंचीं सीमा?
सीमा हैदर ने पाकिस्तान के शारजाह से नेपाल तक का सफर टूरिस्ट वीजा पर तय किया था। नेपाल में कुछ समय बिताने के बाद उन्होंने काठमांडू से दिल्ली आने वाली बस पकड़ी और 2023 में भारत पहुंच गईं। यहां आने के बाद उन्होंने ग्रेटर नोएडा निवासी सचिन मीणा से शादी कर ली और यहीं रहने लगीं। यूपी एटीएस ने इस मामले में सीमा और सचिन से लंबी पूछताछ भी की थी।

क्या सीमा हैदर को भारत छोड़ना होगा?
भारत सरकार के नए फैसलों के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या सीमा हैदर को भी पाकिस्तान लौटना होगा। गौरतलब है कि सीमा भारत बिना वैध वीजा या पासपोर्ट के पहुंची थीं। उनका मामला अदालत में विचाराधीन है, और अगर अदालत उन्हें अवैध प्रवासी घोषित करती है, तो उन्हें भारत छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि, यह मामला कानूनी प्रक्रिया के तहत तय होगा।

एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि सीमा हैदर ने भारतीय नागरिकता लेने की इच्छा जताई है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय नागरिक से विवाह भी कर लिया है, जो भारतीय नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बिंदु हो सकता है। परंतु यह भी स्पष्ट है कि भारतीय नागरिकता की प्रक्रिया लंबी और कानूनी बाधाओं से भरी होती है।

सीमा हैदर का भविष्य इस समय अनिश्चितता में घिरा हुआ है। भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानियों पर लिए गए कठोर निर्णयों के चलते उनके भारत में रहने को लेकर संशय गहराता जा रहा है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कोर्ट का निर्णय क्या होता है और सरकार इस संवेदनशील मामले को किस तरह से संभालती है। सीमा की कहानी जहां एक तरफ प्रेम की मिसाल बन चुकी है, वहीं दूसरी ओर यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून के दायरे में भी गंभीर रूप से देखा जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *