Audacious act! Liquor smugglers unleashed chaos by stopping the Seemanchal Express, and fired upon RPF personnel out of fear of being caught.

दुस्साहस! सीमांचल एक्सप्रेस रोककर शराब तस्करों का तांडव, पकड़े जाने के डर से RPF पर झोंक दिया फायर

उत्तर प्रदेश बिहार

| The News Times | आरा : दानापुर रेल मंडल में शराब तस्करों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि उन्होंने 17 महीनों के भीतर दूसरी बार एक बड़ी और दुस्साहसिक घटना को अंजाम दिया है। ताजा मामला आरा के जमीरा हाल्ट का है, जहां पकड़े जाने के डर से शराब तस्करों ने आरपीएफ (RPF) जवानों और यात्रियों पर फायरिंग कर दी।

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जमीरा हाल्ट पर फायरिंग और पथराव
यह घटना 20 दिसंबर 2025 की रात करीब 11:53 बजे की है। ट्रेन संख्या 12488 सीमांचल एक्सप्रेस जब दिलदारनगर से दानापुर की ओर जा रही थी, तभी जमीरा हाल्ट के पोल संख्या 586-19-17 के पास अचानक चेन पुलिंग की गई। ट्रेन के रुकते ही मार्गरक्षण (Escort) ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ जवान संजीव कुमार, प्रधान आरक्षी राम नारायण और अन्य जवान नीचे उतरे। जवानों ने टॉर्च की रोशनी में देखा कि 10 से 12 की संख्या में तस्कर बैग लेकर उतर रहे थे। आरपीएफ को देखते ही अपराधियों ने तमंचे और पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां ट्रेन के कोच पर लगीं और तस्करों ने जवानों पर पथराव भी किया। हालांकि, इस घटना में कोई यात्री या जवान घायल नहीं हुआ। इस हमले के बाद तस्कर मौके से फरार हो गए और ट्रेन लगभग 25 मिनट तक हाल्ट पर खड़ी रही।

कानूनी कार्रवाई : 12 के खिलाफ मुकदमा
आरपीएफ जवान संजीव कुमार की तहरीर पर आरा के मुफ्सिल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने चार नामजद और आठ अज्ञात तस्करों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

पुराना जख्म : अगस्त 2024 की वो खौफनाक वारदात
दानापुर रेल मंडल में तस्करों के बेखौफ होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले अगस्त 2024 में शराब तस्करों ने मानवता और सुरक्षा तंत्र को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया था। चलती ट्रेन में आरपीएफ जवान जावेद खान और प्रमोद कुमार की बेरहमी से पिटाई की गई। बदमाशों ने उन्हें निर्वस्त्र कर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। उनके शव गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र में मिले थे, जो दानापुर मंडल के अंतर्गत आता है।

दिलदारनगर तस्करी का नया ‘गेटवे’
उत्तर प्रदेश में स्थित दिलदारनगर स्टेशन शराब तस्करों के लिए सबसे मुफीद ठिकाना बनता जा रहा है। यह स्टेशन यूपी में है और दानापुर मंडल के अंतर्गत आता है, लेकिन यहाँ सुरक्षा की जिम्मेदारी डीडीयू (DDU) जीआरपी की है। दिलदारनगर के बाद ट्रेन का अगला ठहराव सीधे बिहार में होता है, जिससे तस्करों को शराब की खेप चढ़ाने में आसानी होती है। स्थानीय लोगों और सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यदि स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों को गंभीरता से खंगाला जाए, तो इस पूरे नेक्सस का पर्दाफाश हो सकता है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि रेल सुरक्षा तंत्र शराब तस्करों के आगे बौना साबित हो रहा है।

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