बिहार के पहले दलित सीएम भोला पासवान शास्त्री पर सीएम ने दी श्रद्धांजलि, ईमानदारी की प्रतिमूर्ति कहे जाते थें स्व. भोला पासवान शास्त्री

बिहार राजनीति

पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shashtri) को ईमानदार नेता माना जाता था। उन्हें ईमानदारी की प्रतिमूर्ति भी कहा जाता था। वो प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे। आज 21 सितंबर को उनकी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

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दरअसल आज 21 सितंबर को बिहार पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shashtri) की जयंती है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने उनको पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उनकी जयंती पर सीएम नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) ने श्रीकृष्ण स्मारक भवन परिसर में आयोजित राजकीय समारोह में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shashtri) की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, भजन-कीर्तन एवं बिहार गीत का गायन किया गया।

इस मौके पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव, सूचना और जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, विधान पार्षद रविन्द्र प्रसाद सिंह, बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिवशंकर निषाद भी उपस्थित थे। इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने भोला पासवान शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।

कौन थे भोला पासवान शास्त्री?

भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shashtri) बिहार के पहले अनुसूचित जाति के मुख्यमंत्री थे। उनका जन्म 21 सितंबर 1914 को पूर्णिया में हुआ था। वो भारतीय कांग्रेस पार्टी के सदस्य और स्वतंत्रता सेनानी थे। राजनीति में उनकी छवि एक ईमानदार नेता की रही है। महात्मा गांधी के आंदोलन से प्रभावित होकर उन्होने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था।

बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shashtri) की विद्वता सभी को प्रभावित करती थी। उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए ही कांग्रेस पार्टी ने उनको अपना नेता बनाया था। भोला पासवान शास्त्री (Bhola Paswan Shashtri) राज्य में सन् 1968 से लेकर 1991 तक तीन बार मुख्यमंत्री रहे।

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