Chandauli : खाद्य सुरक्षा की छापेमारी के पहले ही खोवा मंडी की दुकाने हो जाती हैं बंद, आखिर कैसे ?

उत्तर प्रदेश

चंदौली : दीपों का पर्व दीपावली का त्योहार आते ही मिठाई और मावा की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में मिलावटखोरों की ज्यादा से ज्यादा मावा बेचने में जुट जाते हैं। जिन्हें रोकने के लिए भले ही खाद्य सुरक्षा विभाग अपनी सतर्कता और सक्रियता दावा करे। लेकिन पीडीडियू नगर स्थित खोवा मंडी के खोवा व्यापारी अक्सर इनके आने की भनक लग जाती है और वो दुकान बंद कर रफूचक्कर हो जाते हैं। ऐसे अधिकारी मजक एक-दो दुकानों से सैम्पल लेकर जाँच की खाना पूर्ति कर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम बैरंग वापस लौट गई।

त्यौहारी सीजन आते ही पीडीडीयू नगर स्थित खोवा मंडी में मिलावटी खोवे की भरमार हो जाती है। इसमें मुनाफाखोर मिलावटी खोवा बेचने से बाज नहीं आते है। साथ ही पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर स्थित खोवा मंडी हमेशा से विभागीय अधिकारियों के टारगेट पर रही है।

हालांकि यहां के व्यापारी अक्सर अपने मुखबिर तंत्र के कारण अधिकारियों से दो कदम आगे रहते हैं। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी केएन त्रिपाठी के नेतृत्व में एक टीम सोमवार को नगर स्थित खोवा मंडी में पहुंची। इसके बाद अधिकारी जब तक कुछ कारवाई शुरू करते तब तक खोवा व्यापारियों ने दुकानों के शटर बंद करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते दुकानें बंद हो गई । अधिकारी एक के चेहरे ही देखते रह गए ।  बिना सैंपल लिए बैरंग वापस हो गए । वही दूसरी तरफ सवाल यह है कि अधिकारियों के मंडी में आने की भनक कैसे लग गई ? कौन ऐसा व्यक्ति है जो विभागीय मुखबिरी मिलावटखोरों को पहले ही कर देता है ?

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