| The News Times | चंदौली : एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में वीआईपी कल्चर को खत्म करने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर चंदौली सहित आसपास के जिलों में यह कल्चर खुलेआम देखने को मिल रहा है। यहां कई लग्जरी गाड़ियां विधानसभा सचिवालय का फर्जी पास लगाकर हूटर के साथ बेधड़क दौड़ रही हैं। इस गैरकानूनी गतिविधि पर नियंत्रण करना यातायात विभाग और पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
चंदौली में ऐसी कई गाड़ियां सड़कों पर देखी जा सकती हैं जिन पर ‘विधानसभा सचिवालय’ का पास चिपका होता है। हैरानी की बात यह है कि इन वाहनों का न तो विधानसभा सचिवालय से कोई आधिकारिक संबंध है और न ही ये गाड़ियां किसी विधायक या पूर्व विधायक की हैं। यह पूरा मामला न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है बल्कि आम जनता में गलत संदेश भी भेजता है।
जानकारों का कहना है कि ऐसे फर्जी पास आसानी से तैयार कर लिए जाते हैं और प्रशासन की ढिलाई के कारण लोग इन्हें इस्तेमाल करने से नहीं हिचकते। हूटर और पास के दम पर ये वाहन ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हैं और खुद को कानून से ऊपर समझते हैं।
इस मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे ऐसे लोगों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं। अब देखना यह होगा कि यातायात विभाग और पुलिस प्रशासन इस फर्जी वीआईपी कल्चर पर लगाम लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाते हैं। जनता प्रशासन से जल्द और सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
इस सम्बंध में यातायात क्षेत्राधिकारी केएम शर्मा ने बताया कि इस तरह की गाड़ियों के खिलाफ चेकिंग के लिए यातायात प्रभारी को निर्देशित किया गया है। चेकिंग के दौरान जो भी गाड़ियां अवैध पास के साथ पाई जाएंगी उनपर आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।

यह वेबसाइट (The News Times) “Umesh Kumar” द्वारा स्थापित की गई है, एक प्रमुख समाचार रिपोर्टर, अपने दृढ़ संवादों और राजनीतिक विवेचनाओं के लिए पहचाना जाता हूँ। वर्ष 2011 से पत्रकारिता करियर में हमने अनेक महत्वपूर्ण समाचार संस्थानों (प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं वेब मीडिया) में कवरेज किया है, जो समाज के अहम मुद्दों पर रोशनी डालती हैं। देश, विदेश, अपराध और राजनीति की खबरों में रुचि रखता हूँ। डिजिटल पत्रकारिता की सर विधा को सीखने की लगन है। आगे भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता रहूँ, इसके लिए आपके स्नेह के लिए आभारी हूँ।”