Bihar News : गीता घाट जंगल में महिला CO के साथ बदसलूकी, मारपीट और अश्लील आरोपों पर बवाल, तीन गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश
  • ग्रामीणों और अधिकारियों में हुई तीखी झड़प का वीडियो वायरल, पुलिस ने लूटपाट की कोशिश का बताया मामला

| The News Times | सासाराम, बिहार। रोहतास जिले के सासाराम स्थित दरिगांव थाना क्षेत्र के गीता घाट जंगल में एक महिला अंचलाधिकारी (CO) और उनके पुरुष सहयोगी सीओ के साथ ग्रामीणों द्वारा बदसलूकी और मारपीट का मामला सामने आया है। यह घटना बीते गुरुवार की बताई जा रही है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ ग्रामीण महिला अधिकारी से आईडी की मांग कर रहे हैं और आपत्तिजनक सवाल भी पूछते नजर आ रहे हैं।

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❗ ग्रामीणों का आरोप: “जंगल में रंगरेलियां मनाने आए थे”

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि दोनों अधिकारी जंगल में अश्लील गतिविधियों में लिप्त थे। उन्होंने कहा कि जब अधिकारियों को जंगल में देखा गया तो शक हुआ, जिसके बाद मौके पर जाकर पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने गाड़ी दूर खड़ी की और गहरे जंगल में जाने का मकसद स्पष्ट नहीं बताया।

🛡️ पुलिस का बयान: “लूटपाट की कोशिश और मारपीट की गई”

वहीं, दरिगांव थानाध्यक्ष कपिलदेव पासवान ने इस मामले को पूरी तरह अलग नजरिए से पेश किया। उन्होंने कहा, “महिला सीओ अपने सहयोगी अधिकारी के साथ प्राकृतिक स्थल का भ्रमण कर रही थीं, तभी दो बाइक पर सवार छह युवक वहां पहुंचे और लूटपाट का प्रयास करने लगे। विरोध करने पर मारपीट की गई।”

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने सीओ के ड्राइवर के साथ भी मारपीट की। फिलहाल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है। पुलिस उनके आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है।

🔍 मामला जांच के घेरे में, एफआईआर की विश्वसनीयता पर सवाल

सूर्यपुरा अंचलाधिकारी द्वारा दर्ज एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एफआईआर में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। वायरल वीडियो में कुछ युवक महिला अधिकारी से सीधे सवाल करते दिखाई देते हैं, जबकि कुछ अन्य युवक उन्हें रोकते हुए माहौल शांत कराने की कोशिश करते दिखते हैं।

फिलहाल इस विवादित मामले की जांच जारी है, और अब सबकी निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई और सत्यता की पुष्टि पर टिकी हैं। वहीं, अब तक महिला सीओ की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

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