Chandauli : PW “गुरुकुलम” में बच्चों के स्ट्रेस को कम करने के लिए क्लास के दौरान मेडिटेशन व स्पोर्ट्स की व्यवस्था

उत्तर प्रदेश

चंदौली : आधुनिकीकरण व प्रतिस्पर्धा के दौर में लोग शिक्षा का महत्व समझ चुके हैं। शायद यही कारण है कि हर शख्स अपने बच्चों को आज के दौर के हिसाब से अच्छी शिक्षा देने का प्रयास करता है। जिसके लिए वह स्वयं अच्छे विद्यालय का चयन करता है। ताकि बच्चों के शिक्षा में कोई कमी ना रह जाए। अभिभावक के इसी प्रयास को संतुष्ट करने के लिए तमाम विद्यालय अलग-अलग प्रयास करते नजर आते हैं। ऐसे में चंदौली जिले में फिजिक्स वाला “गुरुकुलम” (PW) ने नर्सरी से लेकर इंटरमीडिएट तक विद्यालय का प्रारंभ किया है। जहां बच्चों को विद्यालय के नाम के अनुकूल शिक्षा प्रदान करने के अलावा अन्य विद्यालयों से अलग करने का प्रयास किया जा रहा है उनका मानना है कि हमारी व्यवस्था बच्चों को काफी पसंद आएगी और वह मन लगाकर पढ़ेंगे शिक्षा के साथ ही बच्चों को स्पोर्ट्स, योग, मेडिटेशन व अन्य कई माध्यमों से उनके तनाव को कम करके शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है।

भारत के प्रमुख एड-टेक प्लेटफॉर्म, फिजिक्स वाला (PW) द्वारा सशक्त गुरुकुलन स्कूल परिसर में 5वीं कक्षा से छात्रों के लिए छात्रावास की सुविधा की घोषणा की है। NH2 बिलारीडीह मोड़ के समीप स्थित गुरुकुलम विद्यालय CBSE बोर्ड से एफिलिएटेड है। स्कूल प्री-नर्सरी से बारहवीं तक की प्राथमिक शिक्षा प्रदान करता है, और पाठ्‌यक्रम की रूपरेखा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप है। बताया गया कि पहला बैच 1 अप्रैल 2024 को शुरू हुआ। जिसमें 400 से अधिक छात्र पहले ही नामांकित हो चुके हैं। विशेष फोकस के क्षेत्रों में वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता शामिल हैं। जिन्हें मॉडल यूनाइटेड नेशंस जैसे कार्यक्रमों द्वारा सुदृढ किया गया है ताकि छात्रों का व्यापक विकास को सुनिश्चित हो। गुरुकुलमस्कूलएक आवासीय विद्यालय है जिसका उद्देश्य युवा व्यक्तियों को जिम्मेदार, आत्मनिर्भर कुशल नागरिक बनाना है।

गुरुकुलम स्कूल यह सुनिश्चित करेगा कि छात्र स्थिरता और सामाजिक उत्थान से संबंधित सामुदायिक सहभागिता गतिविधियों में शामिल हों। साथ ही आपसी सम्मान के मूल मूल्यों का पोषण करें। गुरुकुलम स्कूल एक अभिनव शिक्षण स्थान होगा जहाँ छात्र मोंटेसरी शिक्षाशास्त्र, रोबोटिक्स और अन्य कौशल के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। गुरुकुलम स्कूल परिवर्तनकारी शिक्षा को अपनाकर अपने तरीके से अग्रणी है। संस्कृति और नवाचार को मिलाकर, और जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के भारतीय लोकाचार का सम्मान करता है।

गुरुकुलम विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रियंका मुखर्जी ने बताया कि “हमारा लक्ष्य किताबों को रटने की शिक्षा से व्यावहारिक शिक्षा की ओर बढ़ना है। जो हर छात्र को दुनिया का सामना करने के लिए तैयार करेगा। आवासीय स्कूल व्यक्तियों को शिक्षात्मक रूप से प्रवीण, सामाजिक रूप से योग्य और नैतिक दृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कैम्पस पर रहना समुदाय भावना को बढ़ावा देता है और कक्षा के बाहर सहयोगी शिक्षा को सुनिश्चित करता है। हमारा स्कूल छात्रों के लिए एक कैनवास है जहाँ वे अपने भविष्य को इमर्सिव और ट्रांसफॉर्मेटिव लर्निंग के साथ रंग सकते हैं। इस दौरान एक खास बात उन्होंने यह बताई की – बच्चों को पढ़ाई के साथ ही उनका पढ़ाई के प्रति ध्यान केंद्रित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। पढ़ाई के दौरान अगर बच्चों थकान या पढ़ाई के प्रति रुचि की कमी देखते ही उन्हें उनके पसंदीदा खेल या चेयर योगा की व्यवस्था की गई है। जिससे बच्चों की थकान कम हो सके। जिससे फिर से वो पूरी ऊर्जा के साथ पढ़ाई करें।”

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