Varanasi : नये भारत की शक्ति को 5G तकनीक से मिलेगी नयी गति : सीएम योगी

  • 5जी इंटरनेट तकनीक की लांचिंग पर वाराणसी में मुख्यमंत्री का भाषण
  • उत्तर प्रदेश के एक-एक गांव में पहुंचाएंगे हाईस्पीड इंटरनेट
  • आने वाले समय में गांव में ही मिलने लगेंगी 245 ऑनलाइन सरकारी सुविधाएं
  • कोरोना काल में हम सभी ने इंटरनेट की ताकत को महसूस किया : योगी
  • 5जी से स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और एग्रीकल्चर के क्षेत्र में आएंगे बड़े बदलाव
  • 5जी टेक्नॉलॉजी की मदद से यूपी हासिल करेगा 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य

वाराणसी : देश में इंटरनेट की 5जी टेक्नॉलॉजी शनिवार को लॉन्च हो गयी है। नयी दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को अबतक प्राप्त इंटरनेट स्पीड से 20 गुना तेज डेटा ट्रांसमिशन सर्विस का तोहफा दिया है। वहीं इस कार्यक्रम से वाराणसी में वर्च्युअल मोड में जुड़े मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5जी टेक्नॉलॉजी को नये भारत की शक्ति को मिलने वाली नयी गति बताया है। वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन के दौरान महाभारत धारावाहिक का संदर्भ देते हुए कहा कि जो समय के साथ चलेगा, वो बुलंदियों को प्राप्त करेगा और जो उस गति के साथ कदम नहीं मिला सकेगा वो पिछड़ता ही जाएगा, आज का वक्त गति का है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश को 5जी तकनीक की सौगात मिल रही है। इसके लिए मैं काशीवासियों और प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। टेलीकॉम डिजिटल इंडिया की पहली जरूरत और इसकी रीढ़ है। प्रधानमंत्री ने आज 5जी सेवाओं को लांच किया है। ये इंटरनेट तकनीक सामान्य जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में हमारी गति को तेज करेगा। समय की गति बहुत महत्वपूर्ण होती है। शिक्षा हो या स्वास्थ्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर हो या एग्रीकल्चर, जीवन के किसी भी क्षेत्र में, समय ही सबसे महत्वपूर्ण होता है।

भारतीय मनीषियों ने वसुधैव कुटुम्बकम की बात की है, आज प्रधानमंत्री जी के डिजिटल इंडिया के विजन के कारण हर नौजवान की जेब में पूरी दुनिया समा गयी है। इसकी ताकत को हमने इस सदी की सबसे बड़ी महामारी के वक्त समझा, जब हमने एक गरीब के घर तक डीबीटी के माध्यम से एक क्लिक पर डिजिटल तरीके से पैसा ट्रांसफर किया। हमने इंटरनेट की जरूरत को तब और समझा जब हम ऑनलाइन एजुकेशन के माध्यम से छात्र-छात्राओं के ढाई वर्ष तक बाधित पठन पाठन की प्रक्रिया को जारी रखा। यही नहीं हमने इसकी ताकत का एहसास तब भी किया जब कोरोना महामारी की शुरुआत में हमारे पास आरटीपीसीआर जांच की सुविधा के लिए एक भी लैब नहीं थी। आज उत्तर प्रदेश ने 4 लाख आरटीपीसीआर टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता को विकसित किया है। ये इंटरनेट की ही ताकत है कि हमने अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से प्रदेश के नौजवानों को उनके ही जनपद में घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा प्रदान किया। आज प्रदेश सरकार ने 2 करोड़ युवाओं को टैबलेट पहुचाने का लक्ष्य रखा है। यही नहीं हमने साढ़े 17 लाख स्मार्टफोन और टैबलेट अबतक वितरित भी कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करने में हाईस्पीड इंटरनेट बहुत उपयोगी है। हम यूपी के सभी ग्राम पंचायत को हाईस्पीड इंटरनेट से जोड़ने का काम कर रहे हैं। सरकार गांव में ही 245 प्रकार की ऑनलाइन सेवाओं को गांव के लोगों को उपलब्ध कराने में तत्परता से काम कर रही है। ये सुविधा अभी 30 से 32 फीसदी लोगों तक है, हमारा लक्ष्य जल्द से जल्द इसे 90 से 95 फीसदी तक पहुंचाने का है। इससे यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेगा, साथ ही प्रतिव्यक्ति आय में भी वृद्धि होगी।

हमने ऑपरेशन कायाकल्प के जरिए स्मार्ट क्लास के क्षेत्र में कदम आगे बढ़ाया है। इसके अलावा हेल्थ एटीएम की सुविधा अगले तीन महीने में यूपी के हर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में देंगे। ये सभी बड़े बदलाव बिना इंटरनेट हाईस्पीड के नहीं चल सकतीं। ऐसे में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन से हर क्षेत्र में 5जी की सुविधा का लाभ मिलने वाला है।

मुख्यमंत्री ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम को संबोधित करने के उपरांत यहां प्रदर्शित 5जी टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके पश्चात सीएम ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन किया।

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