Chandauli : अनमय के जीवन के लिए चंदौली के लोग भी कर रहे प्रयास, 16 करोड़ का लगेगा एक इंजेक्शन

चंदौली : “साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जाएगा, मिलकर साथ निभाना, साथी हाथ बढ़ाना” पुरानी फिल्म में गाए गए इस गीत के बोल लोगों को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि इंसान कितनी भी बड़ी परेशानी में हो, एक दूसरे के सहयोग से उस परेशानी निपटा जा सकता है। कुछ ऐसी ही परेशानी यूपी के सुल्तानपुर निवासी अनयम सिंह के ऊपर आन पड़ी है। जिसके जीवन के लिए उसके माता-पिता लोगों से सहयोग की गुहार लगा रहे हैं। अनमय कि उम्र महज आठ महीने ही है। जिसे एसएमए टाइप -1 यानी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (Spinal Muscular Atrophy Type – 1) नामक बीमारी है। इस बीमारी के के कारण आठ माह का मासूम की एक-एक सांसे बेहद तकलीफ से भरा है। ऐसा नहीं कि उसका इलाज सम्भव नहीं है। अनमय की बीमारी के ईलाज के लिए एक इंजेक्शन लगया जाना है। जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपये है। अनमय के माता-पिता सोशल मीडिया से लेकर तमाम अन्य माध्यमों से लोगों से ‘अनमय मांगे जीवन’ की मुहिम चला रखी है। इसके तहत चंदौली के तीन युवाओं ने लोगों से उसकी मदद की किये जाने की अपील की है। मुहिम में जुड़े युवाओं की माने तो, उनके माध्यम से लोगों ने अमनय के खाते में दस दिनों में लगभग पांच लाख की राशि जमा कराई है। जिसे मिला कर अनमय के खाते में अबतक एक करोड़ 88 लाख रुपए ही जमा हो पाए हैं।

सुल्तानपुर निवासी है अनमय :
दरअसल यूपी सुल्तानपुर (Sultanpur) जिले के कादीपुर विकासखंड क्षेत्र के विजेधुंआ राजापुर गांव के रहने वाले सुमित सिंह व अंकिता सिंह की दो संताने हैं। बड़ी बेटी भाविका सिंह (05) व छोटा बेटा अनयम आठ माह का है। सुमित सुल्तानपुर (Sultanpur) स्थित एक बैंक में कार्यरत है और वह अपने परिसार के साथ सुल्तानपुर (Sultanpur) स्थित बैंक कालोनी में रहते है। सुमित ने बताया कि अनमय जब तीन माह का था तब उसकी बीमारी के बारे में उन्हें जानकारी हुई। इसके बाद चिकित्सक ने बताया उनके बेटे को एसएमए यानी स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (Spinal Muscular Atrophy) नामक बीमारी है। बताया कि चिकित्सक के अनुसार एक इंजेक्शन से उसकी जान बचाई जा सकती है। जिसकी कीमत 16 करोड़ रुपये है। उन्होंने अनमय के जिंदगी के लिए उन्होंने प्रदेश और देश के रहने वाले सभी लोगों से मदद की गुहार लगाई है। बताया कि चिकित्सक ने जल्द से जल्द उसे यह इंजेक्शन लगवाने की सलाह दी है। जिसके अनमय के खाते में अब तक एक करोड़ 88 लाख रुपये आ चुके है, जबकि अनमय को 16 करोड़ रुपये की आवश्यकता है।
प्रदेश वासी चाहें तो जल्द हो सकता है इलाज :
वहीं “अनमय मांगे जीवन” की मुहिम से जुड़े चंदौली जिले के कुचमन क्षेत्र निवासी सिद्धांत सिंह ने बताया कि बानर सेना के संरक्षक अजीत प्रताप सिंह के माध्यम से उन्हें इसकी जानकारी हुई। इसके बाद अनमय के लिए जिले में उन्होंने मुहिन चलाना शुरु किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीस करोड़ से अधिक लोग रहते है। प्रदेशवासी चाह जाएं तो अनमय की जिंदगी के लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था आसानी से हो जाए। इसके अलावा चंदौली कोट निवासी अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के जिला महामंत्री ट्विंकल सिंह ने कहा कि अनमय के लिए जिले के लोगों से मदद की अपील की जा रही है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के संरक्षक जरखोर निवासी पुष्पराज सिंह ने कहा कि अनमय के जिले के लोगों से अपील के साथ-साथ दूसरे जिले में रहने वाले मित्रों व परिचित लोगों से भी मदद की अपील की जा रही है। इस मुहिम में मदद के लिए अधिकारियों ने भी हाथ आगे बढ़ाया है।