Chandauli : जिले के छोटे स्टेशनों से बिहार जा रही शराब की खेप, तस्करी रोकने में तमाम सुरक्षा एजेंसियां फेल

चंदौली : पीडीडीयू मंडल के डेहरी आन सोन में मुखबिर की सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में मालगाड़ी से शराब की खेप बरामद की गई है। इसके साथ ही एक शराब तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया। वही अन्य चार शराब तस्कर भागने में सफल रहे। बरामद शराब की कीमत एक लाख से अधिक बताई गई।

ये है पूरा मामला :

बिहार में हुई शराबबंदी के बाद शराब तस्करों के लिए ट्रेन मानो मुफीद साधन बन चुकी है। अब तक पैसेंजर ट्रेनों से शराब तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन डेहरी आन सोन में पकड़ी गई शराब की खेप आपको चौंका सकती है। जी हां, डेहरी आन सोन आरपीएफ व जीआरपी की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर गुड्स ट्रेन (मालगाड़ी) से शराब की एक खेप बरामद की है। जिसमें जुट की नौ बोरियों में कुल 1535 शीशी देशी शराब मौजूद थी। सभी देशी शराब की शीशियां 200 मिली कि थी। जिनपर 70 रुपए मूल्य अंकित किए गए थें। बरामद शराब की कीमत एक लाख सात हजार चार सौ पचास रुपए बताई गई। बरामद शराब को जब कर अग्रिम कार्यवाई की जा रही है।

शराब की खेप के साथ 5 लोग थें मौजूद :

बताया गया कि मुखबिर की सूचना पर जब डीएफसीसी लाइन की पोल संख्या 06/04 और 06/16 के बीच पहुंचकर देखा गया। तो रात करीब 1:41 बजे एक मालगाड़ी (गुड्स ट्रेन) आकर खड़ी हुई। इस दौरान देखा गया कि कुछ लोग मालगाड़ी से बोरिया निकाल रहे हैं। जमने पकड़ने के लिए पुलिस आगे बढ़ी तब वो पुलिस को अपनी तरफ आता देख भागने लगे। भागने के दौरान एक व्यक्ति पुल से कूद गया जिसे पैर व कमर में काफी चोट आई और वह भाग न सका। जिसे आरपीएफ व जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान शराब तस्कर ने अपना नाम रिंकू कुमार गुप्ता निवासी डालमियानगर जनपद रोहतास बताया।

ये लोग भागने के हुए सफल :

जीआरपी और आरपीएफ द्वारा पूछताछ किए जाने पर रिंकू ने बताया कि हमारे साथ चार अन्य लोग से जो अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गए। जिनकी पहचान नटवा चौधरी, जितेंद्र तेली, भोला गुप्ता निवासी लाल बंगला, डालमिया नगर जनपद रोहतास और संजय धोबी निवासी मोहन बीघा जनपद रोहतास के रूप में की गई है। गिरफ्तार शराब तस्कर के खिलाफ विधिक कार्यवाही कर उसे जेल भेज दिया गया।

वहीं सूत्रों की माने तो ये शराब की खेप गंजख़्वाज स्टेशन के समीप से मालगाड़ी में लोड किया गया है। ऐसा नहीं कि रेल रूट से शराब तस्करी का यह पहला मामला है। इसके पहले भी दर्जनों बार बिहार के विभिन्न स्टेशनों पर पीडीडीयू रेल रूट से जा रही शराब की खेप को बरामद किया गया है।

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